औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
झारखंड के डाल्टेनगंज से औरंगाबाद होते हुए बिहार के राजधानी पटना को जोड़ने वाला एनएच 139 सरकार के उपेक्षा का दंश झेल रहा है। फलस्वरूप यह राष्ट्रीय राजमार्ग आज के तारिख में जानलेवा साबित हो रहा है तथा पल – पल बड़े हादसा का आमंत्रण देते रहा है। बताते चलें कि यह

राजमार्ग से झारखंड के राजधानी रांची और छत्तीसगढ़ के राजधानी रायपुर को भी जोड़ता है। मध्यप्रदेश का भी सफ़र तय करने के लिए यह पथ सहायक होता है। लेकिन आज तक इस पथ को फोरलेन नहीं बनाया गया। वन-वे रहनेऔर

अत्याधिक वाहनों के संचालक से आए दिन सड़क दुघर्टना में लोगों का बहुमूल्य जान गवाना पड़ा है और पल – पल बड़े हादसे का आमंत्रण देते रहता है। कब और कहां बड़े हादसा होगा और किसको जान गंवाना पड़ेगा यह कहना मुश्किल है। इस पथ पर पड़ने वाले छोटे-छोटे हाट बाजार से लेकर बड़े शहरों में ट्रैफिक समस्या आए दिन बना रहता है और जाम में फंसे लोग हलकान होते रहते हैं। लेकिन राज्य की सरकार हो या फिर केन्द्र की सरकार कभी भी इस राजमार्ग को फोरलेन में तब्दील करने का इमानदार प्रयास नहीं किया। हां घोषणा और वायदा अवश्य किया जाता है लेकिन घोषणा व किये गये वायदा अभी तक लोक लुभावन और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का फंडा बन कर रह गया है राष्ट्रीय राजमार्ग 139। केन्द्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नीतीन गडकरी को जाना जाता है कि केन्द्र सरकार ने बने सभी मंत्रियों से अलग पहचान रखते हैं और इन्होंने जो घोषणा व वायदा करते हैं उसे धरातल पर भी उतारा जाता है। लेकिन पिछले कुछ माह पूर्व गया में घोषणा करने के बावजूद अभी तक धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं पड़ रहा है।और यह राजमार्ग अभी तक सरकारी उदासीनता का दंश झेल रहा है। फलस्वरूप यह राजमार्ग रेड जोन बनकर रह गया है। तथा आए दिन सड़क दुघर्टना में लोग मारे जा रहे हैं।