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पोशाक योजना में शिक्षा विभाग के लापरवाही व मनमानी से छात्र – छात्राओं में असंतोष व्याप्त, विलम्ब के लिए संबंधित प्रधानाध्यापक से संपर्क करें: बीईओ, जिन लोगों का नाम पता गलत हो गया है उसे सूधारकर पैसा भेजने का कारवाई विभाग द्वारा किया जा रहा है : डीईओ


अम्बा ( औरंगाबाद ) ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा


औरंगाबाद जिले में मध्य एवं प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र – छात्राओं को वर्ष 2025 में शिक्षा विभाग द्वारा भेजे जाने वाले पोषक राशि में घोर लापरवाही व मनमानी प्रकाश में आ रहा है। इसकी जानकारी तब प्रकाश में आया है जब कुटुम्बा प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय परता में पढ़नेवाले कई छात्र – छात्राओं ने लगभग एक सप्ताह से

मो० क्यूम अंसारी, प्रधानाध्यापक, परता राजकिय मध्य विद्यालय, कुटुम्बा ( औरंगाबाद)

शिकायत कर रहे थे कि अभी तक विद्यालय में पढ़ने वाले कुछ छात्र – छात्राओं के बैंक खाते में पोशाक राशि विभाग द्वारा भेज दिया गया है और बहुत छात्र – छात्राओं को अभी तक पोशाक राशि का पैसा खाते में नहीं भेजा गया है। छात्र – छात्राओं से लगातार मिल रहे शिकायत के मद्देनजर जब परता राजकिय मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो० क्यूम अंसारी से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उन्होंने कहा कि जो छात्र – छात्राएं पोशाक राशि के हकदार थे उन सभी का सूची बाहर कैफ़े से शिक्षा विभाग के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। फीर भी पैसा सभी को क्यों नहीं अभी तक आया है यह समझ से बाहर का विषय है। जब कुटुम्बा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताये की अभी मैं जल्द यहां पदस्थापित हुआ हूं इसलिए विशेष जानकारी मुझे नहीं है इसलिए संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जानकारी प्राप्त किया जा सकता है। जब जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपर्क कर जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने बताये की जिन लोगों का नाम पता गलत हो गया है उसे सूधारकर विभाग द्वारा पोशाक राशि भेजने का प्रक्रिया जारी है। अब सवाल यह उठता है कि विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र – छात्राओं की सूची तथा नाम पता सहित भेजने का जिम्मेवारी प्रधानाध्यापक को है तो फिर यदि छात्र – छात्राओं का नाम व पता में कोई त्रुटी रह गया है तो इसका खामियाजा बेगुनाह छात्र – छात्राओं को क्यों भुगतना पड़ रहा है? यह एक अहम सवाल खड़ा कर रहा है।जिला शिक्षा पदाधिकारी के कथन से यह जाहिर होता है कि इस तरह का गड़बड़ी सिर्फ परता राजकिय मध्य विद्यालय में नहीं बल्कि जिले के अन्य विद्यालयों में भी गड़बड़ी अवश्य हुआ होगा।पढ़ने वाले छात्र -छात्राओं को आखिर क्या दोष है कि जिन लोगों ने पोशाक राशि पाने का हकदार हैं उनमें अधिकांश छात्र – छात्राओं को अभी तक राशि नहीं उपलब्ध कराया गया है ? जाहिर है कि इसके लिए संबंधित प्रधानाध्यापक का घोर लापरवाही और मनमानी का खामियाजा बेगुनाह छात्र – छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। फलस्वरूप छात्र – छात्राएं मानसिक रूप से उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।