तजा खबर

महिलाओं के मौलिक अधिकारों का हिफाजत व सामंता का अधिकार के गारंटी हो : डा० शारदा शर्मा

नबीनगर ( औरंगाबाद ) खबर सुप्रभात समाचार सेवा

महिलाओं के सम्मान,प्रसंशा और प्रेम प्रकट करते हुए आर्थिक,सामाजिक,राजनीतिक,प्रशासनिक एवम अन्य क्षेत्रों में उपलब्धियां एवम कठिनाइयों की सापेक्षता के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर पुरी दुनिया में आज के दिन अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है।आगे मानवाधिकार

फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष डॉo शारदा शर्मा ने कहा कि सर्व प्रथम न्यूयार्क में 1909 में समाजवादी राजनीतिक कार्यक्रम के तौर पर मनाई गई थी, लेकिन 8 मार्च 1921 को पूरी दुनिया में अंतराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था। संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा भी 1975 में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था।प्रत्येक वर्ष की भाती ईस वर्ष 2025 भी अपने नई थीम कारवाई में तेजी के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है।
हमारा देश भारत में आज़ादी के बाद से महिलाओं ने काफी उपलब्धियां हासिल किया है और आज भी देश के सर्योच्य पद पर राष्ट्रपति महामहिम द्रौपदी मुर्मु जी आसीन हैं लेकिन इसके बावजूद भी महिलाओं के साथ जातीय,रंग और अमीरी गरीबी का भेद भाव के साथ हिंसा और बलात्कार हो रहे हैं।आगे डॉo शारदा शर्मा ने सरकार से आग्रह किया है कि आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सरकार सख्त कानून लागू करे कि देश में हो रहे महिलाओं के मौलिक अधिकार का हनन न हो और समानता का अधिकार मिले।