मदनपुर से सुनील कुमार सिंह की रिपोर्ट
बिहार सरकार के पर्यटन विभाग के द्वारा उमंगेश्वरी महोत्सव 2025 का दो दिवसीय आयोजन पूणतः सफल रहा। कार्यक्रम के अंतिम दिन स्थानिय कलाकारों के साथ – साथ औरंगाबाद जिले एवं पटना के शांति कला केन्द्र के द्वारा रंगारंग नृत्य एवं गायन की प्रस्तुती की गयी । शांति कला

केन्द्र पटना से आये कलाकारों नें राधा -कृष्ण की मनोहारी छवि के साथ – साथ नृत्य एवं गायन की अविसमरणीय प्रस्तुती – ” कान्हा बंशी बजाय, राधा दौड़ी चली आये ” की प्रस्तुती पर श्रोतागण तालियाँ बजाकर झुमनें को मजबुर हो गये । तो वहीं औरंगाबाद से ही आये चक्षु दिव्यांग गायक ओम प्रकाश कुमार के होली गीत – ” होली खेले रघुबीरा, अबध में होली खेले रघुबीरा ” पर दर्शक ताली बजा -बजाकर खुब होली के रस में सराबोर हो गये। उत्क्रमित उच्च विद्यालय ताराड़ीह की छात्राओं नें मिथिला की संस्कृति की प्रसिद्ध झिझि या गीत पर ऐसी नृत्य की प्रस्तुती की कि पुरा पंड़ाल ही भक्ति देवी गीत – ” तोहरे अंगनवाँ ब्रह्म बाबा, झुलुआ लगईबो ना ” पर तो ऐसा लगा कि सभी दर्शकों एवं श्रोताओं पर देवी माँ साक्षात विराजमान हो गये और सभी गीत गुनगुनाते हुये नायनें भी लगे। औरंगाबाद से ही आये किशोर कलाकार शुभम् कुमार के गजल – ” हम तेरे शहर में आये हैं, अजनवी की तरह ” पर सभी प्रबुद्ध श्रोता ताली बजाते दिखे। तो वही औरंगाबाद से ही आये कलाकार राघवेन्द्र कुमार सिंह, विश्वजीत कुमार, निरंजय विद्यार्थी, शौरभ सम्राट नें दिल मोहक प्रस्तुती कर श्रोताओं एवं दर्शकों का खुब मनोरंजन कर दिल जीत लिया ।
स्थानीय कलाकारों में काईजर स्कुल की रीया कुमारी, आकांक्षा शर्मा, हेमा पाठक, अंशु एवं प्रियांशु, नालंदा इंटर नेशनल स्कुल मदनपुर के द्वारा सामुहिक डांडिया नृत्य – गीत, पुष्कर पंडित का नृत्य, निखिल डांस ग्रुप मदनपुर के बच्चों के द्वारा गीत -नृत्य की प्रस्तुती, क्रियेटीभ डांस ग्रुप के द्वारा राधा – कृष्ण की युगल रास नृत्य की प्रस्तुती में खुब तालियाँ बटोरी । सभी कलाकारों को जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी पप्पु राज एवं प्रखंड़ विकास पदाधिकारी मदनपुर अवतुल्य कुमार आर्य नें संयुक्त रूप से मोमेंटो देकर सम्मानित किया।