अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
आचार्य किशोर कुणाल अब इस दुनिया में नहीं रहे.उनकी कृति अद्वितीय समाज सेवा के रूप में सदियों तक लोगो को प्रेरित करता रहेगा.वे नेक आध्यात्मिक पुरूष थे.ये बाते वक्ताओं ने कही.बुधवार को अंबा सतबहिनी मंदिर परिसर में श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उनकी चित्र पर पुष्पांजलि

अर्पित की गई.कार्यक्रम की अध्यक्षता सतबहिनी मंदिर न्यास समिति के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने की व संचालन प्रोफेसर रामजीत सिंह ने किया.सचिव ने कहा कि एक मंदिर से मानव समाज का कितना बडा कल्याण हो सकता है.इसका अद्वितीय उदाहरण आचार्य किशोर कुणाल ने पेश किया.उन्होंने एक कुशल प्रशासक के रूप में जातिवादी धार्मिक प्रथाओं में सुधार किया.परोपकार कार्य को किशोर कुणाल का टैक रिकार्ड जबरदस्त रहा है.उन्होने कई बाहूबली नेताओं का मूसंबा ध्वस्त किया है.इसके साथ हीं बड़े-बड़े गैंगस्टर फन का कुचला है.अजय पांडेय,शिवशंकर पांडेय,आलोक कुमार,एम परवेज आलम आदि ने कहा कि अपराध को शून्य करने के लिए उनके जैसे पुलिस अफसर की जरूरत है.इधर विजय कश्यप व अशोक कुमार ने कहा के देश के नवनिर्माण के लिए आचार्य कुणाल जैसे आध्यात्मिक पुरूष की जरूरत है.इस दौरान सर्व सम्मति से न्यास समिति द्वारा अंबा में उनकी आदम कद प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया.इधर ब्रम्हर्षि विकास मंच के अध्यक्ष अजीत कुमार,युगल सिंह,ओमप्रकाश पांडेय व वीरेन्द्र सिंह ने व्यक्तित्व की बखान करते हुए कहा आचार्य कुणाल ने जन कल्याण के दर्जनो पुस्तकों की रचना की.इसके साथ हीं उन्होंने संस्कृत साहित्य,भारतीय संस्कृति के साथ-साथ धर्म ग्रंथो के कई विषयो पर मानव समाज को संदेश बिखेरते रहे.इसके लिए उन्हें बिहार के अलावा अंतर्राज्यीय स्तर पर दर्जनो बार सम्मानित किया गया.सचिव ने श्रद्धालुओ से आदम कद प्रतिमा लगाने के लिए जमीन उपलब्ध कराने की अपील की है.मौके पर दर्जनो की संख्या में महिला और पुरुष समाजसेवी व बुद्धिजीवी मौजूद थे।