औरंगाबाद से सुनील कुमार सिंह ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा
सनातनियों का आस्था – उपासना का पवित्र त्यौहार छठ आज दुसरे दिन खरना के साथ परंपरागत तरीके से पुरे जिले में मनाया गया । चार दिनों तक चलने वाला छठ व्रत का आज दुसरा दिन है। इस दिन ब्रती दिन भर उपवास रखकर
शाम समय बड़ी शुद्धता एवं पवित्रता से नया धान के चावल, नया गुड़ में दुध की प्रचुर मात्रा देकर पीतल या मिट्टी के बर्तन में खीर बताती है। उसके बाद छठी मैया एवं सूर्य देवता का आह्वान कर घुप – दीप जलाकर खरना का प्रसाद अर्पण कर पूजन करती हैं। तत्पश्चात स्वयं खीर का प्रसाद ग्रहण कर अपने सगे संबंधियों एवं पड़ोसियां को बुलाकर प्रसाद ग्रहण कराती है। इसी बिच महिलायें पुरे सृष्टि के संचालन कर्ता भगवान सूर्य देव एवं उनकी पत्नि छठी मईया के सम्मान में गीत गाती हैं। ” पिपरा के पात पर उग हे सुरज देव झाँकी – झुँकी…i मारबउ रे सुगवा धनुष से, सुग्गा गीरे मुरछा य -…..। ” की तरह अनेक गीतों से पुरा बातावरण भक्तिमय बन चुका । जिले के देव तीर्थ स्थल में पुरे हिन्दी भाषी राज्यों से लाखों की संख्या में छठ ब्रति पहुँचनें लगे हैं। ऐसी मान्यता है कि सर्वप्रथम माता सीता नें छठ व्रत की शुरूआत की थी। तब से की पुरे भारत वर्ष में लोक आस्था का पर्व मनाया जानें लगा है ।