संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार के राजधानी पटना इन दिनों अपराधियों के चंगुल में है। फलस्वरूप पटना में आम अवाम भय और आतंक के साये में जिने को मजबूर हैं।जब शासन के केन्द्र पटना में अपराधियों का तांडव शर चढ़ कर बोल रहा है तो प्रदेश के जिला मुख्यालयों तथा अन्य शहरी क्षेत्रों से लेकर सुदूर देहातों में लोग कैसे रह रहे होंगे इसकी अंदाजा लगाया जा सकता है। राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा 28 अक्टूबर को जारी रिपोर्ट कार्ड भी बता रहा है कि जनवरी से सितम्बर 2024 तक राजधानी पटना में हत्या 210,137लूट , 33 डकैती, 1460 बंद घरों में चोरी, 3048 बाइक चोरी की घटनाएं घट चुकी है। लेकिन उक्त मामले में आरोपित अपराधियों की गिरफ्तारी मात्र 60 प्रतिशत रहा, जबकि मात्र 20 प्रतिशत अपराधियों का पहचान हुई है। 20 प्रतिशत अपराधियों का पहचान हुई है लेकिन अब तक पुलिस के हाथ खाली है।