औरंगाबाद ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के नबीनगर में बीआर बीसीएल व एनपीजीसी इकाई द्वारा समाजिक दायित्व व सामुदायिक विकास तथा स्किल डेवलपमेंट के नाम पर जहां आम लोगों को दिग्भ्रमित कर रही है वहीं मोटी राशि का चुना भी लगा
रही है। इतना ही नहीं अपनी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए समय-समय पर प्रेसवार्ता आयोजित कर फर्जी आंकड़े गीना कर अपना पीठ भी थपथपा ने में जुटी हुई है। यदि पुरे मामले का उच्चस्तरीय किसी भी स्वतंत्र जांच एजेंसी अथवा संयुक्त संसदीय समिति ( जेपीसी) से जांच कराने पर
सच्चाई प्रकाश में आएगा तथा प्रबंधन द्वारा किए गए सभी काले कारनामों का प्रदा फाश भी निश्चित रूप से होगा। बताते चलें कि प्रबंधन द्वारा 26 अक्टूबर (शनिवार) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर जो ब्योरा दिया गया है उसे यदि स्थल जांच कराई जाए तो धरातलीय सच्चाई कुछ और ही सामने आयेगा। आश्चर्य तो यह है कि प्रबंधन द्वारा समाजिक दायित्व और सामुदायिक विकास के तहत 40 गांवों में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में काम करने का दावा किया गया है जो आश्चर्य चकित करने वाला दावा जांचोपरांत सामने आयेगा। लेकिन जमीनी हकीकत आखिर मिडिया के सुर्खियों में नहीं आना भी एक गंभीर मामला है तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं राजनैतिक दलों को भी यदि संज्ञान में नहीं है तो यह भी एक गंभीर मामला है।इस संबंध में जब ख़बर सुप्रभात द्वारा 26 अक्टूबर ( शनिवार) को एनपीजीसी के पीआरओ से उनके मोबाइल नम्बर पर संपर्क कर जानने का प्रयास किया गया की सार्वजनिक क्षेत्रों में प्रबंधन द्वारा किए गए कार्यों का विवरण उपलब्ध कराया जाये तो पीआरएस ने विवरण वाट्सएप पर उपलब्ध कराने का आश्वासन तो दिया लेकिन संवाद लिखे जाने तक पीआरएस द्वारा विवरण उपलब्ध नहीं कराया जा सका। पीआरएस द्वारा विवरण उपलब्ध इसी लिए उपलब्ध नहीं कराया गया ता कि ग्राउंड रिपोर्ट से कहीं घपला – घोटाला का खेल उजागर न हो जाए। इस संबंध में कुछ लोगों ने अपना नाम नहीं छापने के शर्तों पर कहा कि औरंगाबाद जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान का आधुनिकीकरण व सौंदर्यीकरण का काम कुछ दिन पहले शुरू कराया गया था लेकिन आज तक कार्य पुरा नही हो सका। इस संबंध में नाम नहीं छापने के शर्तों पर बताया गया कि आधुनिकीकरण व सौंदर्यीकरण मद्द के राशि में भी बड़े पैमाने पर विचौलिए तथा भ्रष्ट अधिकारियों के सांठ-गांठ से बंदरबांट किया गया है जीसकी उच्च स्तरीय जांच के बाद खुलासा होने की संभावना है।