रांची संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
झारखंड में बिधान सभा चुनाव का जैसे ही चुनाव आयोग ने घंटी बजायी तो सियासी दलों में हाई वोल्टेज ड्रामा का भी आहट सुनाई पड़ने लगा। वैसे तो एनडीए गठबंधन में भी हाई वोल्टेज ड्रामा प्रारंभ है लेकिन इंडिया गठबंधन में कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रहा है। हाई वोल्टेज ड्रामा सिटों के बंटवारे
को लेकर देखा जा रहा है। रांची से प्राप्त जानकारी के अनुसार एनडीए गठबंधन से लेकर इंडिया गठबंधन तक हाई वोल्टेज ड्रामा प्रारंभ है। हालांकि एनडीए गठबंधन में हाई वोल्टेज ड्रामा के बावजूद गठबंधन टुटने का अभी तक स्वर सुनाई नहीं पड़ रहा है। भले ही कुछ नेताओं को टिकट कटने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडने का तैयारी जोरों पर है। लेकिन इंडिया गठबंधन में कांग्रेस और झामुमो ने अचानक रातों रात 70 सिटों पर चुनाव लडने का घोषणा कर दिया गया और शेष 11 सीटें राजद और बाम दलों के हिस्से में छोड़ दिया गया है। कांग्रेस और झामुमो द्वारा आपस में सिटों का बंटवारा से राजद सकते में आ गया है। तथा काफी नाराज़ है। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्य सभा सांसद मनोज झा ने मिडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि कांग्रेस और झामुमो ने एक तरफा फैसला लिया है जो असहनीय है। राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि बिहार में जिन दलों को एक और दो सीटें दिया जाता है उन्हें भी बैठक में बुलाया जाता है और आम सहमति के आधार पर सिटों का बंटवारा होता है। लेकिन झारखंड में हमारे नेताओं के मौजूदगी के बावजूद भी एकतरफा फैसला किया गया। राजद प्रवक्ता ने यह भी कहा कि झारखंड में राजद का मजबूत आधार है और 15-18 सिखों पर अकेला चुनाव जितने के स्थिति में हैं। प्रवक्ता के इस ब्यान का काफी गंभीरता से लिया जा सकता है और गठबंधन टुटने का भी संकेत माना जा रहा है। वैसे उन्होंने कहा कि राजद अपने बैठक के बाद सबकुछ क्लियर कर देगा।