अम्बा (औरंगाबाद) खबर सुप्रभात समाचार सेवा
अम्बा – देव पथ में अम्बा थाना के नजदीक बटाने नदी के तेज धार में मंगलवार को एक बाइक पर सवार पांच लोग नदी के तेज धार में बह गए। किसी तरह स्थानीय लोगों के मदद से तीन लोगों को बचाया गया। जिन तीन लोगों को बचाया गया उनकी पहचान गोह थाना क्षेत्र के दधपी निवासी संतोष पाल व उनका पुत्र सत्यम कुमार तथा कासमा थाना क्षेत्र के पखनोर निवासी शीला देवी के रूप में किया गया है।जो लोग लापता हैं उनके बारे में गोह थाना क्षेत्र के दधपी निवासी प्रियंका देबी, पुत्र अभय कुमार बताया जा रहा है। बचे सभी तीनों लोगों का इलाज कुटुम्बा रेफरल अस्पताल में चल रहा है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि संतोष अपनी पत्नी, सास और दो बच्चों के साथ कुटुम्बा प्रखंड अंतर्गत महुआ धाम जा रहा था। इसी क्रम में बाइक छलका पार कर रहा था तभी असंतुलित होकर बाइक तेज धार में बह गई जिससे उक्त घटना घटी है। बताते चलें कि बटाने नदी में जलस्तर बाढ़ आने से अचानक बढ़ गई थी और छलका पर पानी चढ़ चुका था। बाढ़ 14 सितम्बर को रात्रि से ही तबाही मचा रखा था। स्थानीय लोगों को मानें तो छलका पर पानी चढ़ जाने के बावजूद भी स्थानीय पुलिस छलका के दोनों तरफ वाहन रोधक बैरियर नहीं लगा सकी थी जिससे घोर लापरवाही माना जा रहा है। मामला क्या है यह तो जांच के बाद ही सच्चाई सामने आयेगा। स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि आखिर एक बाइक पर पांच लोग सवार होकर गोह और कासमा थाना से यहां तक कैसे पहुंच गए। इसका मतलब रास्ते में पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी कहां आंख बंद कर कुम्भकरणी निद्रा में सो रही थी। उपरोक्त सभी पहलू गंभीर जांच का विषय है। घटना के बाद स्थानीय थानाध्यक्ष, प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा सीओ घटना स्थल पर पहुंचे।वरीय अधिकारी सहित एसडीआरएफ की टीम को भी घटना की जानकारी दी गई। बुधवार को एसडीआरएफ की टीम दिन भर नदी में लापता लोगों को छान बीन करती रही लेकिन संवाद प्रेषण तक लापता लोगों को खोजा नहीं जा सका। स्थानीय लोगों को यह भी मानना है कि मंगलवार को घटना के तुरंत बाद यदि रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हो जाता तो शायद लापता लोगों को खोज लिया जाता। लेकिन दुर्भाग्य कहा जाए या फिर प्रशासनिक लापरवाही या फिर कोई लाचारी समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं चलाया गया। आखिर लापता लोगों को सरकार अथवा प्रशासन कब तक खोज कर सामने लायेगी यह अभी तक यक्ष प्रश्न जन मानस के बीच बना हुआ है।