नवादा से डी०के० अकेला की रिपोर्ट
नवादा जिले के मंडल कारा नवादा में 35 बंदियों को गुरुवार से मशरूम उत्पादन के लिए ट्रेनिंग देना शुरू कर दिया गया है। इस ट्रेनिंग कैम्प का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर किया गया।आर एस इ टी आई के सुनील कुमार ने बताया कि यह ट्रेनिंग मात्र 10 दिवसीय होगा। ट्रेनिंग में शामिल बंदियों को बताया जायगा कि मशरूम कम जमीन में भी उगाया जा

सकता है। मशरूम की खेती काफी लाभकारी है। मशरूम उत्पादन करने वाले अनगिनत लोग लाभ उठाकर अपने आर्थिक स्थिति में बहुत सुधार आया है। जेल से छूटने के बाद आप भी मशरूम की खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने मशरूम की खेती के बारे में टिप्स भी दिये। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि मशरूम के उत्पादन में बैंकों का भी अपेक्षाकृत सहयोग मिलेगा। 35 बंदियों ने खुद स्वेच्छापूर्वक प्रशिक्षण शिविर में भाग लिया। इस ट्रेनिंग शिविर का उद्घाटन मंडलकारा अधीक्षक अजीत कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। मंच का संचालन जेल उपाधीक्षक वीरेंद्र राय ने किया।
दस दिवसीय प्रशिक्षण के पहले दिन गुरुवार को मशरूम लगाने और पैकिंग करने की ट्रेनिंग दी गई। दस दिवसीय चलने वाली इस ट्रेनिंग में मशरूम की खेती ,इसके कारोबार और बाजार के बारे में ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग कैम्प में शामिल बंदियों को पहला दिन जमीन में लगाने और पैकिंग बनाने के बारे में डेमो कर बताया। सुनील कुमार ने कहा कि उनकी पूरी टीम बीच-बीच में आकर उत्पादन की प्रक्रिया का निरीक्षण कर पूरी ट्रेनिंग देगी। कार्यक्रम के दौरान जेल अधीक्षक अजीत कुमार ने बताया कि मशरूम उत्पादन के ट्रेनिंग लेने वाले बंदी जेल से छूटने के बाद इसकी खेती कर खुद और अपने परिवार का भरण-पोषण कर पायेंगे। मशरूम किसानों को एक कृषि विश्वविद्यालय बाजार भी उपलब्ध कराता है। इससे उन्हें मशरूम बेचने के लिए भटकना भी नहीं पङेगा। मौके पर सहायक जेल अधीक्षक नन्दू चौधरी, राजेश कुमार, रिन्की कुमारी, सुनील कुमार के अलावे आर एस इ टी आई के प्रधान रामप्रवेश कुमार, गरिमा गुप्ता ,सुमित्रा रजक मौजूद थे।