मदनपुर से सुनील सिंह की रिपोर्ट
आज के दूषित खान – पान एवं व्यस्तम जीवन में हर व्यक्ति किसी न किसी रोग से परेशान है। विलासिता के जीवन जीनें की ललक नें मानव को शारीरिक श्रम करने से अलग कर दिया है। पहले के जमाने में लोग शारीरिक परिश्रम किया

करते थें तथा खान .-पान भी शुद्ध अपने घर पर ही किया करते थें । हमारी नानी-दादी घर पर ही चक्की में गेंहू की पिसाई खुद करती थी एवं धान से चावल भी ढेकी में ही निकाल कर खुद ही लकड़ी – गोइठा पर मिट्टी की वर्तन में

भोजन तैयार कर पुरे परिवार को स्नेह पूर्वक खिलाती थी । नतीजन सौ साल तक स्वस्थ्य जीवन जीती थी। शारीरिक परिश्रम करने से सुगर, वी.पी, गठिया दर्द, नेत्र विकार जैसी विमारियाँ नहीं होती थी। लेकिन आज स्थिति विपरीत हो चुकी है। विलासिता की चकाचोंध में खान – पान पर बाहरी सामान पर निर्भरता काफी बढ चुकी है। नतीजन अनेकानेक विमारियाँ का शिकार हो रहे हैं। ईलाज के नाम पर मंहगे ईलाज एवं अंग्रेजी दवाईयों पर काफी पैसा खर्च करना पड़ रहा है। उक्त बातें डॉ . निशिगंधा निमांडे नें मदनपुर के होटल क्वालिटी इन में आयोजित सेमिनार सह रोगी जाँच शिविर के दौरान कही। यह कार्यक्रम विश्व हिंदू परिषद के तत्वाधान में आयोजित किया गया। सैंकड़ो की संख्या में महिला एव पुरुष में भाग लेकर अपना ईलाज कराया । वहीं अपनें सम्बोधन में डाँ . सुभाष निमाड़े में एक्यूप्रेसर चिकित्सा से लोगों का ईलाज कर योग की महता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में रमाकांत सिंह जिला मंत्री विहिप सह मिडिया प्रभारी,नवीन पाठक, सुनील सह, अर्जुन चौधरी, गोपाल सिंह प्रखंड अध्यक्ष, विहिप मदनपुर, रामपुकार सिंह जिला अध्यक्ष धर्मप्रसार विहिप, दुर्गा देवी, संतोष कुमार प्रखंड अध्यक्ष एकल विद्यालय, अनिल सिंह सहित सैंकड़ो की संख्या में विहिप, एकल के कार्यकर्ता सहीत स्थानिय लोग शामिल हुए।