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उचित मुआवजा को ले संयुक्त किसान सभा ने किया आम सभा, कहा – बगैर मउआबज लिए नहीं करने देंगे काम

औरंगाबाद से अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा

संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने बेनी गांव में भारतमाला परियोजना के तहत निर्माण हो रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे से प्रभावित किसानों के साथ आमसभा किया जिसमें दर्जनों गांव के सैकड़ो किसानों ने भाग लिया।


इस आमसभा की अध्यक्षता बेनी गांव के किसान अशोक कुमार सिंह ने किया जबकि मंच संचालन विकास सिंह ने किया। भारतमाला परियोजना के तहत निर्माण हो रहे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे में अन्यायपूर्ण हो रहे भूमिअधिग्रहण के खिलाफ वक्तावों नें अपनी अपनी राय रखी।
उक्त आमसभा में भारतीय किसान यूनियन के बिहार झारखंड प्रदेश प्रभारी दिनेश कुमार सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इनके अलावा कैमूर किसान मोर्चा कैमूर के सचिव पशुपति पारस, राष्ट्रीय मजदूर विकास मंच के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, सचिव राजेन्द्र गुप्ता, एनटीपीसी के मजदूर नेता भोला यादव विशिष्ट अतिथि थे।
किसानों ने इस आमसभा में सर्वसम्मति से फैसला किया कि जबतक एक एक किसान को उचित मुआवजा नहीं मिल जाता तबतक एक इंच भूमि भी एक्सप्रेस वे निर्माण में नहीं देंगे। इस आमसभा में तमाम किसानों ने गत दिनों नबीनगर अंचल अधिकारी निकहत प्रवीन द्वारा दिया गया गलत बयान का निंदा किया। गौरतलब है कि निकहत प्रवीण नें किसानों को जमीन का किरायेदार बताया था जबकि जमीन का मालिकाना हक संवैधानिक और कानूनी अधिकार में आता है। भाकियू के प्रदेश प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि केंद्र और राज्य की सरकारें बिहार के किसानों के साथ भारी अन्याय कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में कई जगह भूमि अधिग्रहण हो रहा है पर अन्य राज्यों की अपेक्षा बहुत ही कम मुआवजा निर्धारित किया गया है। इतना ही नहीं सरकार बिना मुआवजा दिए जमीनों पर काम करने के लिये उतारू है वहीं दूसरी तरफ बिहार सरकार के कर्मचारी किसानों के साथ इतना पेंच लगा रहे हैं मानों किसान को मुआवजा ही ना मिले। इस सभा में आये पशुपति पारस नें कैमूर से लेकर गया जिले तक के किसानों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने की बात कही। उन्होंने बताया कि जबतक हम एकजुट नहीं होंगे यह निरंकुश सरकार कोई मुआवजा नहीं देने वाली है।
बढ़नी पंचायत के मुखिया सह राष्ट्रीय मजदूर विकास मंच के अध्यक्ष मनोज सिंह नें कहा कि देश और राज्य की सरकार किसान विरोधी सरकार है। यह कभी काले कृषि कानून बनाती है कभी 2013 के भूमि सुधार कानून को ताक पर रख कौड़ियों के भाव जमीन हड़पना चाहती है। इसके लिये किसानों को आरपार की लड़ाई लड़नी ही होगी।
इस आमसभा में अभय सिंह, अवधेश सिंह, राज कुमार सिंह, बबलू सिंह, चंदन सिंह, हिमांशु सिंह, कौशलेंद्र सिंह, रामजीवन सिंह, नारायण यादव, रामजी मेहता, गुप्तेश्वर यादव, बल्केश्वर यादव, सौरभ सिंह, विनय सिंह, सरयू यादव, बिनोद मेहता, अर्जुन यादव, जनेश्वर यादव आदि सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित थे।