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उपेन्द्र कुशवाहा हैं योग्य उम्मीदवार: डा० शारदा शर्मा, 10 बर्ष एनडीए सांसद नहीं लिए गरीबों का सुधी: ग्रामीण, युवा वर्गों का चहेते हैं पवन सिंह: श्याम बिहारी सिंह

नबीनगर ( औरंगाबाद) संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा

काराकाट लोकसभा चुनाव में अभी तक एनडीए गठबंधन से उपेन्द्र कुशवाहा, इंडिया गठबंधन से भाकपा-माले के राजाराम सिंह तथा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भोजपुरी सींगर पवन सिंह के नामों का चर्चा हाट बाजार से लेकर ग्रामीण चौपालों पर सुनने के लिए मिल रहा है। लेकिन नामांकन के बाद ही पता चल पाएगा की काराकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से और कितने उम्मीदवार चुनावी अखाड़ा

में ताल ठोकेंगे। खैर अभी तक तीन उम्मीदवारों का चर्चा जोरों पर है। इस संबंध में बातचीत के दौरान मानवाधिकार फाउंडेशन के प्रदेश अध्यक्ष डा० शारदा शर्मा ने खबर सुप्रभात को बताया कि कारा काट से उपेन्द्र कुशवाहा अभी तक चर्चित उम्मीदवारों में सबसे लोकप्रिय एवं योग्य है और मतदाताओं को चाहिए कि उपेन्द्र कुशवाहा को एक बार फिर वोट देकर पुनः संसद में भेजा जाए वही एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के केरका पंचायत के दर्जनों दलित पुरुष एवं महिलाओं ने खबर सुप्रभात को बताया कि काराकाट लोकसभा के मतदाता 15वर्षों से लगातार एनडीए में भरोसा जताया और महाबली सिंह तथा उपेन्द्र कुशवाहा को सांसद बनाया। लेकिन न तो गरीबों का इंसाफ मिला और नहीं बुनियादी सुविधाएं नसीब हो सका। कुछ दलित एवं पीच्छडा समुदाय के लोग बताया कि बार बार प्रखंड कार्यालय तक चक्कर लगाने के बावजूद आज तक राशनकार्ड भी नसीब नहीं हो सका। कई दलितों ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजनान्तर्गत आवास नहीं मिलने के कारण आज भी झुग्गी झोपड़ी में जिवन बसर करने के लिए मजबुर है तो कुछ ने बताया कि समाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत बृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है। पंचायत से लेकर प्रखंड कार्यालय में भ्रष्टाचार व बिचौलियों का सम्राज्य स्थापित है लेकिन सांसद या तो अनभिज्ञ रहा करते हैं या फिर उन सभी भ्रष्टाचारियों एवं बिचौलियों को सांसद से प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष संरक्षण मिला हुआ है। कांग्रेस नेता व सामाजिक कार्यकर्ता श्याम बिहारी सिंह ने बताए कि इस बार चुनाव में आम मतदाताओं के बीच कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई पड़ रहा है। इंडिया गठबंधन का हाल यह है कि प्रथम चरण के चुनाव प्रचार आज शाम थम जाएगा लेकिन औरंगाबाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में इंडिया गठबंधन के प्रमुख घटक दल कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों के एक भी राष्ट्रीय स्तर के नेता चुनाव प्रचार करने नहीं पहुंच पाए। काराकाट के सवाल पर उन्होंने कहा कि  भोजपुरी सींगर पवन सिंह को चुनाव लडने का चर्चा से युवाओं में उत्साह देखा जा रहा है। यदि स्थिति यही रहा तो काराकाट में त्रिकोणीय मुकाबला का स्थिति बनते जा रहा है।