औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
औरंगाबाद जिले के अम्बा थाना क्षेत्र में परता पंचायत के मुखिया और मुखिया पुत्र द्वारा आलोक कुमार (यूट्यूभर पत्रकार) एवं उनके बेटे पर 14 दिसम्बर को एक षड्यंत्र के तहत किये गए जानलेवा हमला का घोर निन्दा कांग्रेस दलित प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अजय राम ने किया है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा के जरिए जनता के आवाज को न तो
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दबाया जा सकता है और नहीं पत्रकारों को कलम का धार कुंद किया जा सकता है। मुखिया कलम और ग्रामीणों का शिकायत लोकतांत्रिक पद्धति से जांच का सामना करते न की अपराध का सहारा लेकर जनता की आवाज को दबाने के लिए पत्रकार पर जानलेवा हमला कर उल्टे बचने के लिए फर्जी मुकदमा का सहारा लेते। कांग्रेस नेता ने जानलेवा हमला का घोर निन्दा करते हुए पुरे मामले का पार्दशिता पूर्ण जांच कराने का मांग सरकार और प्रशासन से किया वहीं एसयू सीआई ( कम्युनिस्ट) के पूर्व जिला सचिव व राज्य कमेटी के सदस्य रामाधीन सिंह ने कहा कि पत्रकार आलोक कुमार छात्र जीवन से ही समाजिक कार्यों और गरीबों तथा बंचीत वर्गों का आवाज रहे हैं तथा संयुक्त बिहार में छात्र आंदोलन का अंग रहे हैं। वैसे में उनके विरुद्ध फर्जी एससी एसटी एक्ट का मुकदमा और बाद में जानलेवा हमला किसी भी सभ्य समाज और लोकतंत्र के लिए अशुभ संकेत है। उन्होंने जिला प्रशासन से पुरे मामले का उच्चस्तरीय जांच कराने, दोषियों को दण्डित करने, अम्बा के थानाध्यक्ष के संलिप्तता का जांच कराने के अलावे पीड़ीत पत्रकार एवं उनके परिजनों को सुरक्षा का मांग किया है।