केन्द्रीय न्यूज डेस्क खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार के जहानाबाद में पथ निर्माण विभाग के एसडीओ को सरेआम अपराधियों द्वारा गोली मार दी गई। वहीं मोतिहारी के चकिया थाना क्षेत्र के एक व्यवसायी को गोली मार कर हत्या कर दी गई। वहीं औरंगाबाद के अम्बा थाना क्षेत्र के चिल्हकी बिगहा निवासी एक अमीन को घर से
बुलाकर अपहरण कर लिया गया। तथा माली थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई। बता दें कि बिहार में आए दिन हत्या लूट की घटना घट रही है। औरंगाबाद जिले की स्थिति बद से बद्तर बन चुकी है। जिले के भिन्न-भिन्न थाना क्षेत्र में अक्सर
हत्या की घटना प्रकाश में आते रहा है। जिले के अंबा थाना क्षेत्र की स्थिति कुछ और ही बयां कर रहा है। शराबियों का आतंक सर चढ़कर बोल रहा है। यहां तक की शराब की नशे में धूत होकर कब किसे मोबाइल फोन पर गाली गलौज और अपराध की योजना बनाया जाएगा। इसकी कोई समय सीमा नहीं है। इस मामले में कई ऑडियो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग भी ग्रामीणों द्वारा पुलिस को उपलब्ध कराया गया। लेकिन महीनों बीतने के बावजूद भी पुलिस किसी प्रकार का कार्रवाई करने के बजाय मूकदर्शक एवं तमाशबीन बनी हुई है। थाना क्षेत्र में कब किसके साथ अप्रिय घटना घटित होगी और कब किसके विरोध फर्जी घटना और फर्जी मुकदमा दर्ज हो जाएगा कहना मुश्किल है। स्थिति यह है कि अम्बा थाना में प्राथमिकी दर्ज होता है और फिर अनुसंधान में नामजद आरोपितों को निर्दोष करार दिया जाता है फिर उसके बाद उसी आरोपितों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया जाता है। यह सब स्थानीय दलालों तथा कुछ भ्रष पंचायत जनप्रतिनिधियों के इशारे पर हो रहा है। इस लिए यदि कहा जाए कि अम्बा थाना दलालों के इशारे पर संचालित हो रहा है तो कोई आश्चर्य नहीं होगा या फिर दुसरे शब्दों में यदि कहा जाए कि अम्बा थाना अनैतिक रूप से पैसा कमाने के चाहत में अपने उद्देश्य से भटक चुकी है तो यह भी गलत नहीं होगा।