देव (औरंगाबाद) से अरशद अली का रिपोर्ट
देव प्रखंड के सरगांवा पंचायत में उर्दू प्राथमिक विद्यालय कन्तरी का भवन वर्षों से अत्यंत ही जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है। बताते चले कि इस उर्दू प्राथमिक विद्यालय में दो कमरा है जिसमें एक कमरा का हाल यह है की हल्की बारिश होने पर ही छत से पानी चुने लगता है। जिससे बच्चों को कमर में बैठना मुश्किल हो जाया करता है। फलस्वरुप एक ही कमरा में कक्षा 1 से पांचवी तक पढ़ने वाले बच्चे बैठने के

लिए मजबूर हो जाते हैं। ज्ञात हो कि पूरे प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की दवा बिहार सरकार कर रही है। लेकिन देव प्रखंड से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कन्तरी गांव में उर्दू प्राथमिक विद्यालय के जर्जर भवन बिहार सरकार के दावे का असलियत उजागर कर रहा है। ज्ञात हो

कि जिस कमरा में बच्चों की पढ़ाई होता है। उसी कमरा में विद्यालय का कार्यालय भी चलता है। इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापिका नसीमा खातून ने बताई की विद्यालय भवन का जर्जर स्थिति का रिपोर्ट विभागीय उच्च अधिकारी को भेजते रहे हैं लेकिन अभी तक मात्र आश्वासन मिलते रहा है। प्रभारी प्रधानाध्यापीका का नसिमा खातून ने आगे बताई कि विद्यालय में शौचालय का भी जर्जर स्थिति है। साथ ही मिड डे मील के तहत खाना बनाने के लिए एक ही रसोईया है जबकि दो रसोईया का बहाली होना चाहिए।