आलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात खबर सुप्रभात समाचार सेवा
इन दिनों भारतीय जनता पार्टी घोटाले में संलिप्त लोगों को अपने पार्टी में शामिल कराकर मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री बना रही है तो कुछ लोगों को मंत्री बनाया जा रहा है तो कुछ को पार्टी में शामिल कराकर महिमा मंडित करने में जुटी हुई है। हेमंत विश्व शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया, शिवराज सिंह चौहान जिनपर व्यापम घोटाला का बड़ा आरोप है उन्हें भी मुख्यमंत्री बनाया, येदुरप्पा जिनपर माइनिंग घोटाला का
आरोप है उन्हें मुख्यमंत्री बनाया, रेड्डी ब्रदर्स जिनपर माइनिंग घोटाला का आरोप है उन्हें भी अपने साथ मिलाया और अब जबकि महाराष्ट्र में अजित पवार पर सिंचाई घोटाला का आरोप है उन्हें उप मुख्यमंत्री बनाया, छगन भुजबल जेल जा चुके हैं और हसन मुशर्रफ़ जिनके विरुद्ध चंद दिन पूर्व ईडी का छापामारी हुआ उन्हें भी मंत्री मंडल में शामिल किया गया।इसका मतलब की देश के जांच एजेंसियों को भी मजाक उड़ाया जा रहा है। महाराष्ट्र में अजित पवार को दो तिहाई बहुमत के लिए वगैर विधायकों का परेड कराये दल के रूप में मान्यता मिलना भी एक आश्चर्यजनक विषय है। इसके लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय को अविलंब संज्ञान लेना चाहिए ता कि देश में फैल रहे राजनैतिक भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सके।