अलोक कुमार संपादक सह निदेशक खबर सुप्रभात
5 अप्रैल को पांच विहार विधानपरिषद के चुनाव में महागठबंधन का खराब प्रदर्शन और चुनाव परिणाम आने के बाद बिहार विधानपरिषद में भाजपा को सबसे बड़ा दल बन जाने के बाद सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म है। चुनावी रणनीति बनाने में महारथ प्रशांत किशोर का समर्थन और

सहयोग से उनके जनसुराज का एक उम्मीदवार को चुनाव जीतने के बाद सियासी हलकों में क्या महागठबंधन और क्या एनडीए सभी का धड़कन बढ़ा दिया है तथा सबका निगाहें प्रशांत किशोर के पद यात्रा पर टिक गई है। प्रशांत किशोर के जनसुराज के सिपाही सचिदानंद राय ने तो यहां तक एलान

कर दिया है कि लोकसभा चुनाव में जनसुराज दमदार उपस्थिति दर्ज कराने का तैयारी कर रही है और बेतिया, बाल्मिकी नगर, गोपालगंज, सिवाना, छपरा आदि इलाकों में अगले एक दो माह के बाद कुछ भावी उम्मीदवार भी सक्रिय हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि जन सुराज का मतलब है जनता के सुंदर राज और इसके लिए प्रशांत किशोर के नेतृत्व में कवायद तेज कर दिया गया है। सचिदानंद राय ने एलान किया है कि आगामी बिहार विधानसभा का 80 फीसदी चेहरा बदला बदला नज़र आएगा। सचिदानंद राय के मानें तो 80 फीसदी चेहरा या तो चुनाव हार जाएंगे या फिर हार के भय से चुनाव नहीं लड़ेंगे।