पटना से वेदप्रकाश का रिपोर्ट
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की बिहार इकाई की बैठक हुई। बैठक में ‘संयुक्त किसान मोर्चा’ द्वारा 26 जनवरी , 2023 को पूरे देश में जिला मुख्यालयों पर आहूत ट्रैक्टर मार्च के कार्यक्रम को सफल बनाने पर गंभीरता से चर्चा हुई। ट्रैक्टर मार्च को बिहार के सभी जिलों में सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए एक संयुक्त पर्चा और सभी जिलों में किसान संघर्ष समन्वय समिति के घटक विभिन्न किसान संगठनों की जल्द से जल्द तैयारी बैठक आयोजित करने पर सहमति बनी। पर्चे एवं स्मारपत्र में किसान आन्दोलन की लम्बित मांगों , यथा – एमएसपी की कानूनी गारंटी , बिजली विधेयक 2020 की वापसी सहित अन्य केन्द्रीय मांगों के साथ – साथ बिहार की कुछ ज्वलंत मांगों , जैसे – सभी जरूरतमंद किसानों को सस्ते दर पर खाद मुहैया कराने , सरकारी धान खरीदगी को सुनिश्चित करने, कृषि मंडी की पुनर्बहाली और जल जीवन हरियाली योजना के नाम पर बिना वैकल्पिक व्यवस्था के गरीबों को उजाड़ने पर रोक लगाने जैसी मांगों को जोड़ने का फैसला लिया गया।
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 26 जनवरी के कार्यक्रम के आयोजन के बाद 11 फरवरी , 2023 को पटना में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति व संयुक्त किसान मोर्चा की बिहार इकाई की बैठक की जाएगी।

इस बैठक में बिहार में किसान आन्दोलन को सशक्त करने और भावी कार्यक्रमों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय किसान फेडरेशन के नेता साथी विजय कुमार चौधरी ने की।
बैठक में भाग लेने वाले प्रमुख नेताओं में बिहार राज्य किसान सभा के नेता अशोक प्रसाद सिंह एवं रामाधार सिंह, अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता उमेश सिंह एवं राजेन्द्र पटेल, अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेता रामवृक्ष राम, बिहार राज्य किसान सभा (जमाल रोड) के नेता सोनेलाल प्रसाद, एनएपीएम के नेता आशीष रंजन एवं उदयनचन्द्र राय , अखिल भारतीय खेत मजदूर किसान सभा के नेता अशोक बैठा एवं नन्द किशोर सिंह , अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के नेता मणिकांत पाठक एवं इन्द्रदेव राय , किसान नेता दिनेश सिंह , नेशन फॉर फार्मर्स के नेता गोपाल कृष्ण, मेगा औद्योगिक पार्क विस्थापित किसान मोर्चा के गोपाल शर्मा, भारतीय किसान मंच के नेता वी.वी. सिंह एवं डॉ. विनय सिंह, क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता मनोज कुमार , सहजानंद सरस्वती किसान मंच के अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।