औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा
लोक सभा चुनाव 2024 जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे वैसे हंडियाही नहर परियोजना चुनावी स्टंड बनाने और किसानों को हडियाही नहर का सपना देखा वोट बैंक का जुगाड करने लगे हैं। उक्त बातें समाजसेवी महेन्द्र सिंह ने कहा कि आज जब लोकसभा चुनाव नजदीक आ गया है तो संभावित उम्मीदवारों तथा उनके समर्थकों को हडियाही नहर परियोजना याद आने लगा है। महेन्द्र सिंह ने कहा कि जब चुनाव समाप्त हो जाएगा तो हडियाही परियोजना तो दुर किसानो का नाम और गांव भी याद नहीं रहेगा। समाजसेवी ने कहा कि अभी तक अनुभव बताता है कि जब जब चुनाव आता है तब हडियाही परियोजना को कामधेनु गाय और वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और किसानों को सपना दिखाया जाता है। लेकिन इस बार किसान हडियाही परियोजना के नाम पर झांसा में आने वाले नहीं हैं तथा हडियाही नहर लगभग 40 हर्षों में भी पुरा नही होने का आक्रोश उम्मीदवारों को झेलना पड़ सकता है। समाजसेवी महेन्द्र सिंह का आरोप है कि हडियाही नहर परियोजना के नाम पर अभी तक करोड़ रुपए का घपला -घोटाला किया गया है और किसी भी जनप्रतिनिधियों द्वारा लूट का जांच कराने के लिए कभी भी प्रयास नहीं किया गया और नहीं परियोजना निर्माण कार्य शीघ्र पुरा कर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचे इसके लिए कभी भी इमानदार और सार्थक प्रयास किया गया। सिर्फ जब चुनाव नजदीक आता है तो हडियाही परियोजना याद पड़ता है तथा परियोजना याद पड़ता है लेकिन इस बार किसान झांसे में आने वाले नहीं हैं और उम्मीदवारों को किसानों का विरोध का सामना करना पड़ सकता है।