अम्बुज कुमार, खबर सुप्रभात
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष डा सुरेश पासवान ने कहा है कि अति महत्वाकांक्षी बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन निर्माण हेतु वर्ष 2023-24 के रेल बजट में मात्र बीस करोड़ रुपए आवंटित करने से यह साबित हो गया कि इस रेल लाइन के निर्माण के लिए भारत सरकार न सिर्फ उदासीन है बल्कि उसके प्राथमिकता में यह परियोजना नहीं है। जिस परियोजना का इतने वर्षों मे अभी तक जमीन अधिग्रहण नहीं हो सका उसपर निर्माण की बात का ढोल पिटा जा रहा है यह समझ के बाहर और आम जनता को दिग्भ्रमित करने से ज्यादा कुछ नहीं है।
डॉ पासवान ने कहा है कि वर्ष 2007-08 में तत्कालीन रेलमंत्री श्री लालू प्रसाद जी ने इस अति महत्वाकांक्षी रेल लाइन को बजट के साथ स्वीकृति देते हुए उनके द्वारा शिलान्यास भी किया गया था, लेकिन चौदह वर्ष बीत जाने के बाद भी परियोजना वहीं का वहीं है।बीस करोड़ का आवंटन से तो एक किलोमीटर भी रेल लाइन नहीं बनेगा,यह तो ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर भी नहीं है,तो पटना,अरवल और औरंगाबाद के लोगों को बेहतर रेल सुविधा शीघ्र उपलब्ध होने लगेगा यह कहना तो सरासर झूठ और बेईमानी ही तो है।
डॉ पासवान ने कहा है कि अगर सचमुच भारत सरकार और रेल मंत्रालय इस परियोजना के प्रति जरा सा भी गंभीर है तो इसी वित्तीय वर्ष में कम से कम 200 करोड़ रुपए आवंटित करने का बड़ा दिल दिखाना चाहिए,ताकि जमीन अधिग्रहण और निर्माण कार्य शुरू किया जा सके।