अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर श्रीमान् प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के प्रकोष्ठ के सामने श्री राज कुमार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के नेतृत्व में संविधान दिवस मनाया गया । इस अवसर पर सर्वप्रथम उपस्थित न्यायिक पदाधिकारियों, पैनल

अधिवकतओं पारा विधिक स्वयं सेवकों तथा न्यायलय कर्मियों तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार से सम्बन्ण्धित कर्मियों को प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा संविधान के प्रस्तावना का पाठ कराया गया। इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राज कुमार के द्वारा उपस्थित सभी लोगो कि सम्बोधित करते हुए कहा कि आज का दिन हमलोगो के लिए हमेशा खास रहा है क्योंकि आज ही के दिन संविधान को आत्मसात किया गया है। इस दिवस को सही मामले में तभी साकार किया जा सकता है जब संविधान में उपलब्ध कराये गये समस्त अधिकार आमजन एवं अन्तिम पंक्ति में खड़े व्यक्तियों तक पहुच जाए। इसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार की भूमिका हाल के दिनों में बहुत ही महत्वपूर्ण रही है और आगे भी हम सबको और प्रयास करनी चाहिए कि लोगो को उनके अधिकार एवं विधिक रूप से जागरूक करते हुए सशक्त बनायें एवं एक ऐसे समाज की स्थापना हो सके जिसमें समस्त व्यक्तियों को समानता एवं सौहार्द के वातावरण में खुषहाल जीवन प्राप्त हो। संविधान की प्रस्तावना ही इस बात का द्योतक है कि समाज में सभी को समान अधिकार एवं समान अवसर की परिकल्पना की गयी है और जरूरत इस बात की है कि जो जहां हो सके लोगो को उनके अधिकार के साथ-साथ उनके कर्तव्य की भी जानकारी रहे और भारतीय लोकतंत्र और संविधान अपने उद्देष्यों में पूर्ण रूप से सफल हो यही उद्देष्य से संविधान का निर्माताओं ने परिकल्पना की थी इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार अरूण कुमार जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश विश्व विभूति गुप्ता, श्रीमति आनन्दिता सिंह अशोक कुमार गुप्ता लक्ष्मीकान्त मिश्रा, निशित दयाल, कन्हैयालाल यादव, मिस दिव्या वशिष्ट, विवेक कुमार सिंह, मनीष जायसवाल पंकज पाण्डेय, अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, डा0 दीवान फहद खान, संदीप कुमार सिंह, न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम श्रेणी राजीव कुमार, शुभान्कर शुक्ला एवं न्यायकर्ता शोभित सौरभ जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव तान्या पटेल सहित पैनल अधिवक्ताओं एवं कर्मियों की उपस्थित से पुरा परिसर गुंजायमान रहा। संविधान पाठ कराने के उपरानत प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के साथ-साथ सभी न्यायिक पदाधिकारियों द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत चलचित्र को भी सामूहिक रूप से देखा गया।
संविधान दिवस से मानवाधिकार दिवस तक 15 दिवसीय न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव का शुभारम्भः- सचिव इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्रीमती तान्या पटेल ने कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार, औरंगाबाद के सभागार में दिनांक 26-11-2025 संविधान दिवस के अवसर पर दिनांक 26-11-2025 से दिनांक 10-12-2025 अन्तर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस तक 15 दिवसीय न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव का शुभारम्भ किया गया है यह न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत चलचित्र प्रतिदिन पूर्वाह्न 11:00 बजे से प्रारम्भ होकर 11:30 बजे तक देखा जा सकता है। इस न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत अकेले नहीं हैं आप, संविधान,. समझौता, इत्यादि विषयों पर लघु फिल्म के माध्यम से वादकारियों में जनजागृति लाना तथा न्याय तक सभी की पहुॅच के लिए सुलभ मार्ग प्रशस्त करना है। सचिव ने न्यायालय आने वाले सभी वादकारीगण को आह्वान किया कि निर्धारित तिथियों में आयोजित न्याय जागृति लघु फिल्म महोत्सव के अन्तर्गत चलचित्र को आवष्यक रूप से देखे और चलचित्र के आदर्श स्थिति जो जिला विधिक सेवा प्राधिकार का मूल उद्देष्य है उसका अपने गाॅव से लेकर पंचायत तक प्रसार-प्रचार करें, जिससे कि औरंगाबाद जिला के पात्र सभी लोगो को मु्फ्त विधिक सहायता प्राप्त हो और आगामी 13 दिसम्बर को आयोजित होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत अधिक से अधिक लाभ लेने हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में उपस्थित रहें।
