अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव, तान्या पटेल द्वारा आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रकोष्ठ में सर्वप्रथम दाउदनगर एवं ओबरा प्रखण्ड में अवस्थित विभिन्न ग्राम कचहरी में कार्यरत न्याय मित्रों के साथ मध्यस्थता विशेष अभियान-’’मध्यस्थता राष्ट्र के लिए’जो पुरे भारत में चलाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत व्यवहार न्यायालय, औरंगाबाद एवं

अनुमण्डलीय व्यवहार न्यायालय, दाउदनगर में लम्बित मामलों को मध्यस्थता के माध्यम से निस्तारण हेतु 90 दिनों का अभियान है विषय पर न्याय मि़त्रों के साथ बैठक करते हुए सहयोग की अपील किया गया है। सचिव द्वारा मध्यस्थता के माध्यम से निस्तारित होने वाले वादों की प्रकृति पर चर्चा करते हुए बताया गया कि इसके तहत वैवाहिक विवाद मामलें, दुर्घटना दावा मामलें, घरेलू हिंसा मामलें, चेक बाउंस मामलें, वाणिज्यिक विवाद मामलें, सेवा मामलें, आपराधिक समझौता योग्य मामलें, उपभोक्ता विवाद मामलें, ऋण वसूली मामलें, विभाजन मामलें, बेदखली मामलें, भूमि अधिग्रहण मामलें, अन्य उपयुक्त सिविल मामलें, को निस्तारण कराया जायेगा जिसके लिए आपका सहयोग अत्यन्त ही महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि आप सभी ग्राम कचहरी में कार्यरत और आप पंचायत से जुड़े एक दूसरे व्यक्ति को भंलिभांती जानते हैं, साथ ही साथ आप सभी न्यायालय से भी जुड़े हैं, जिसके कारण आप सभी का कार्य क्षेत्र व्यापक हो जाता है जिसका फायदा आपके पदस्थापन ग्राम कचहरी के लोगो के साथ-साथ अन्य लोगो को भी मिले इसके लिए आपके द्वारा पहल किये जाने की आवश्यकता है। न्याय-मित्रों को मध्यस्थता से सम्बन्धित पम्पलेट भी उपलब्ध कराया गया जिससे कि ग्राम-कचहरी में उसे वितरित करते हुए लोगो का सहयोग प्राप्त किया जा सके। सचिव द्वारा बताया गया न्याय मित्रों के साथ दिनांक 05.08.2025 को दूसरी बैठक किया जायेगा जिसमे हसपुरा एवं गोह प्रखण्डों के न्याय मित्र शामिल होंगे यह बैठक अपराह्न 12.00 बजे से किया जायेगा जिसके लिए सम्बन्धित प्रखण्ड के न्याय-मित्रों को निर्धारित समयानुसार उपस्थित रहने हेतु अनुरोध किया गया। न्याय मित्र के अध्यक्ष उदय कुमार सिन्हा ने भी अपने सहपाठी न्याय-मित्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस अभियान में बढ़चढ़ कर सभी न्याय मित्र सहयोग करें
राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा प्रत्येक पंचायत के साथ सभी गाॅंवों तक पहुॅचें जिसके लिए न्याय मित्र उपयुक्त माध्यम- सचिव,
मध्यस्थता के साथ-साथ सचिव द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर न्याय मित्रों को जानकारी देते हुए कहा गया कि आगमी 13 सितम्बर को लगने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलहनीय वादों का निस्तारण कराया जायेगा। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा न्यायिक क्षेत्र का जड़ ग्राम कचहरी है और आप वहां मुख्य रूप से कार्यरत हैं और स्थानीय लोगों को आप भलीभांति जानते हैं तथा वे आपपर पूर्ण विश्वास करते हैं अतः आपका दायित्व बढ़ जाता है कि पक्षकार को आप सम्पूर्ण न्याय दिलायें इसमें राष्ट्रीय लोक अदालत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी क्योंकि अगर आप पक्षकारों को सुलह के आधार पर राष्ट्रीय लोक अदालत में मामलों को निष्पादन करवायेंगें तो वह निष्पादन अन्तिम होगा क्योंकि उस निष्पादन का अपील नहीं होता है जबकि ग्राम कचहरी अपने स्तर से मामले का निष्पादन करेगा तो उसका अपील हो सकता है। इस तरह राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से मामलों का निष्पादन कराना श्रेष्यकर होता है। उनके अपील पर बैठक में शामिल न्याय मित्रों ने अपनी सहमति जतायी तथा सहयोग का आश्वासन दिया। सचिव द्वारा उपस्थित सभी न्याय मित्रों से यह भी कहा गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा प्रत्येक पंचायत के साथ सभी गावों तक पहुचें जिसके लिए न्याय मित्र उपयुक्त माध्यम है।