अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
पटना-औरंगाबाद-हरिहरगंज (एन०एच०-139) पथ, जो झारखण्ड राज्य के पलामू जिले से प्रारंभ होकर औरंगाबाद, अरवल होते हुए पटना तक जाता है, एक अत्यंत महत्वपूर्ण एवं व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्ग है। यह मार्ग न केवल झारखण्ड और बिहार को आपस में जोड़ता है, बल्कि औद्योगिक, खनिज, वाणिज्यिक तथा आवागमन की दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। एन०एच०-139 के झारखण्ड राज्य के पलामू जिले से औरंगाबाद जिले के कुटुम्बा प्रखण्ड के पोला तक फोर लेनिंग का कार्य अंतिम चरण में है। हालांकि, शेष भाग — जो औरंगाबाद, अरवल जिलों से गुजरता है — अभी भी दो लेन का है। उल्लेखनीय है कि झारखण्ड से आने वाले स्टोन चिप्स एवं सोन नदी से निकलने वाली बालू के परिवहन के कारण इस मार्ग पर भारी ट्रकों एवं वाणिज्यिक वाहनों की आवाजाही निरंतर बनी रहती है, जिससे ओबरा, दाउदनगर, अरवल जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। इस राजमार्ग की चौड़ाई वर्तमान में लगभग 7 मीटर है, जो ट्रैफिक के वर्तमान दबाव को देखते हुए अपर्याप्त है। कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्चपथ प्रमंडल, औरंगाबाद द्वारा तैयार की जा रही डी०पी०आर० (Detailed Project Report) के अनुसार, वर्ष 2024 में किए गए ट्रैफिक सर्वे में इस पथ पर प्रतिदिन 18077 पी.सी.यू. (Passenger Car Unit) दर्ज किया गया है। जबकि भारत सरकार, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के 26 मई 2016 के परिपत्र के अनुसार, किसी भी मार्ग के 4 लेन अपग्रेडेशन हेतु 15000 पी.सी.यू. को न्यूनतम सीमा माना गया है। इसके साथ ही, एन०एच०-139 से संबंधित पिछले 6 माह के दुर्घटना आंकड़ों में अरवल एवं औरंगाबाद जिलों में कुल 44 जानलेवा दुर्घटनाएं (fatal cases) और 27 गंभीर रूप से घायल (grievous casualties) मामले दर्ज किए गए हैं, जो इस पथ की सुरक्षा स्थिति की गंभीरता को दर्शाते हैं। वर्तमान में डी०पी०आर० में सिर्फ नौबतपुर बाजार के चौड़ीकरण, अरवल बाईपास, दाउदनगर बाईपास एवं औरंगाबाद बाईपास के लिए ही फोर लेन मार्गरेखन को भारत सरकार द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है। परंतु, प्राप्त ट्रैफिक डाटा एवं दुर्घटना आंकड़ों के आलोक में संपूर्ण एन०एच०-139 पथ को ही 2 लेन से 4 लेन में उन्नत करना अत्यावश्यक प्रतीत होता है। इस संदर्भ में जिला पदाधिकारी औरंगाबाद श्री श्रीकांत शास्त्री (भा.प्र.से.) ने अपर मुख्य सचिव, पथ निर्माण विभाग, बिहार को पत्र प्रेषित कर इस मार्ग के संपूर्ण खंड के 4-लेनिंग हेतु अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है, ताकि जनहित में इस महत्वपूर्ण राजमार्ग को सुरक्षित, सुलभ एवं सुगम बनाया जा सके।