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चुनाव लड़ेंगें लेकिन अभी दल और गठबंधन नहीं बतायेंगे भोजपुरी फिल्म स्टार के पत्णी ज्योति सिंह, वृत्ति भुनेश्वर पुस्तकालय के अध्यक्ष ने ज्योति सिंह पर खड़ा किया सवाल, क्या अभी भी जनता को करेंगे गुमराह?

औरंगाबाद खबर सुप्रभात समाचार सेवा


औरंगाबाद जिले में आसन्न विधानसभा चुनाव 2025 को ले चुनावी व्यार बहने लगा है। संभावित उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में चुनावी दौरा शुरू कर जनता/ मतदाताओं के रुख का पहचान करने में जुटे हुए हैं। संभावित उम्मीदवार अपना अपना दल और गठबंधन का नाम भी डिक्लेयर कर रहे हैं कि मैं एनडीए अथवा महागठबंधन अथवा कोई अन्य दल से उम्मीदवार बनुंगा। उम्मीदवार अपना अपना दल और

जनसंपर्क अभियान में ज्योति सिंह

गठबंधन पर भरोसा कर रहे हैं और अपने दल और गठबंधन के नितियों पर भरोसा जता रहे हैं। लेकिन एक वैसे भी संभावित उम्मीदवार औरंगाबाद जिले के कुछ विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं जिन्हें अभी तक कोई भी दल अथवा गठबंधन का नाम बताने से बचते हैं और सिर्फ चुनाव लडने और मतदाताओं का सहयोग मिलने का दावा कर रहे हैं। पत्रकारों द्वारा बार बार पुछे जाने पर सिर्फ एक जबाव मिलता है कि की दलों और गठबंधन से बातचीत चल रही है। मतलब उन्हें किसी एक दल और गठबंधन पर नहीं भरोसा है और नहीं आस्था। जो टीकट देकर उम्मीदवार बना दे वही दल और गठबंधन महान। इस मामले में बृती भुनेश्वर पुस्तकालय, दरमी “कला” नबीनगर के अध्यक्ष विकास भुनेश्वर ने खबर सुप्रभात से बातचीत के क्रम में ज्योति सिंह पर मतदाताओं/ जनता को गुमराह करने तथा मूर्ख समझने का आरोप लगाते हुए कहे कि औरंगाबाद और नबीनगर के मतदाता/ जनता को अनाड़ी समझने का भूल न करें ज्योति सिंह और उनके पति भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह। विकास भुनेश्वर ने आगे कहे कि लोकसभा चुनाव 2024 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में काराकाट से पवन सिंह चुनाव लडे थे और उनके चाल में फंसकर काराकाट के महान जनता/ मतदाता आज तक खामियाजा भुगत रहा है। पवन सिंह के चक्कर में काराकाट ही नहीं बल्कि कई लोकसभा क्षेत्र के महान मतदाता/ जनता खामियाजा भुगत रहे हैं।और फिर उस गलती को दुहराने के लिए कोई भी तैयार नहीं है। विकास भुनेश्वर ने कहा कि ज्योति सिंह और पवन सिंह को पहले साफ करना चाहिए कि उनके पालिसी क्या है और किस दल और गठबंधन में उनका विश्वास और भरोसा है। क्या जो टीकट उन्हें देगा वही सही है? उन्होंने कहा कि चंद गोदी मिडिया के सहारे चुनाव कोई भी उम्मीदवार नबीनगर और औरंगाबाद से नहीं जीत सकता है। यदि ज्योति सिंह को ऐसा समझ है तो यह उनके लिए भूल साबित होगा।