नवादा से डीके अकेला की रिपोर्ट
23 जनवरी को पुरानी जेल परिषर में अवस्थित बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवक संघ की जिला शाखा नवादा कार्यालय में बिहार रक्षा वाहिनी स्वयं सेवकों की महत्वपूर्ण आपातकालीन बैठक आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष- प्रभात चक्रवर्ती ने की। उक्त बैठक में संघ के

सचिव-मिथिलेश, प्रभात कुमार-उपाध्यक्ष ,धर्मेन्द्र प्रसाद प्रतिनिधि, उमाशंकर -उपसचिव, मनोज प्रसाद- कोषाध्यक्ष, उपेन्द्र प्रसाद- डेलिगेट ,गौरीशंकर प्रसाद समेत दर्जनों संघ के प्रतिनिधियों ने बैठक में सक्रिय रूप से भाग लिया। इस आयोजित बैठक में बिहार राज्य रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ पटना बिहार के आह्वान पर बर्षों से लम्बित चल रहे 21सूत्री न्योचित मांगों को लेकर गहन विचार-विमर्श किया गया।
संघ के नवादा जिलाध्यक्ष प्रभात चक्रवर्ती ने बताया कि बिहार सरकार की असंवेदनशील व टाल-मटोल रवैए के कारण मजबूरन दिनांक 27 जनवरी से 29 जनवरी तक चरण बद्ध आन्दोलन पर सघन व गहन विचार-विमर्श किया गया। संघ के अध्यक्ष चक्रवर्ती ने आगे बताया कि बिहार रक्षा वाहिनी स्वयंसेवक संघ बिहार राज्य के आह्वान के अन्तर्गत दिनांक 27 जनवरी को सभा स्थल भवन निर्माण विभाग नगर थाना के पास एकताबद्ध होकर शांतिपूर्ण जनतांत्रिक तरीके से संकट मोचन मंदिर गोनवाँ तक प्रदर्शन व रैली करते हुए सभा स्थल के पास धरना व आमसभा आयोजित की जायेगी।
संघ के अध्यक्ष ने कहा कि दिनांक 28 जनवरी को सभा स्थल नगर थाना के समीप एकत्रित होकर गृह रक्षकों द्वारा अपने-अपने हाथ में थाली लेकर थाली पीटते हुए प्रदर्शन करते संकट मोचन मंदिर तक जाकर सभा स्थल पर आकर समाप्त किया जायगा। दिनांक 29 जनवरी को सभा स्थल नगर थाना के समीप एकत्रित होकर संध्याकाल साढ़े 5 बजे विशाल मशाल जुलूस निकाल कर संकट मोचन गोनवाँ तक वापस आकर सभा स्थल पर समाप्त किया जायगा।
बर्षों से लम्बित चले आ रहे 21 सूत्री मांगों में मुख्यतः 1 महंगाई भत्ते 7% से बढ़ाकर 50%अन्य सरकारी कर्मियों की तरह अविलंब दिया जाय 2 कई वर्षों के बकाये एरियल की राशि का भुगतान शीघ्र किया जाय 3 वर्दी की राशि वर्षवार तुरंत भुगतान किया जाय 4 दुर्घटना में मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए और धायल के अवस्था में ईलाज खर्च के अलावे ईलाज अवधि का भत्ता समेत भुगतान करने की गारंटी की जाय 5 प्रत्येक माह में 5 दिनों की छुट्टी स्वीकार किया जाय सहित अन्य न्योचित मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर जल्द पूर्ती की जाय।
सरकार की संघ विरोधी नीतियों और घोर भेदभाव जैसी रवैए की संघ के तमाम प्रतिनिधियों द्वारा एक स्वर से कटु आलोचना की गई । साथ ही पिछले 15 अक्टूबर 24 को पटना में अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन आयोजित की गई थी,जिसमें सरकार के मौजूद दण्डाधिकारी की उपस्थिति में सरकार के सचिव के साथ समझौता वार्ता हुई। वार्ता के उपरांत सभी जायज मांगों की पूर्ति करने का वादा किया गया। लेकिन सरकार वादा करके आजतक मांगें नहीं दिया गया। सरकार की वादाखिलाफी घोर निंदनीय है,जिसकी मुखालफत करना लाज़मी और मज़बूरी है।
गृहरक्षकों की मांगों की पूर्ति नहीं करने कारण सरकार के प्रति काफी आक्रोश व व्यापक असंतोष व्याप्त है। इसी वजह से सभी गृहरक्षकों ने बढ़ चढ़कर आर-पार की लङाई लङने का मूड बनाकर संकल्प ले रखा है। जबतक सभी न्यायोचित मांगों की पूर्ति नहीं होगी, तबतक यह आंदोलन धारावाहिक निरंतर जारी रहेगा। इसके लिए चाहे जो भी कुर्बानी देना पङेगा ,सबके सब देने को तैयार हैं।