अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात समाचार सेवा
7 दिसम्बर को जिला उद्योग केंद्र औरंगाबाद व उद्योग विभाग बिहार सरकार एवं राजकीय अभियन्त्रण महाविद्यालय औरंगाबाद के स्टार्टअप सेल के संयुक्त तत्वाधान से बीयाडा में स्थित सितयोग इंस्टिट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी में स्टार्टअप जागरूकता आउटरीच कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि,जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मो. अफ्फान, राजकीय अभियन्त्रण महाविद्यालय के स्टार्टअप सेल इंचार्ज प्रो आनन्द राज , एवं अभियन्त्रण महाविद्यालय औरंगाबाद का छात्र अनुराग जिन्हें उद्योग विभाग बिहार सरकार से स्टार्टअप सीड फण्ड प्राप्त हो चुका है सम्मिलित हुए। कार्यक्रम में कॉलेज के रजिस्ट्रार शाहिद इकबाल, ओर काफी संख्या में प्रोफेसर ओर छात्र शामिल हुए। उधोग विभाग के महाप्रबंधक मो अफ्फान ने बिहार सरकार के स्टार्टअप नीति एवं उधमी योजनाओं के बारे में छात्रों को जानकारी दी ओर छात्रों को स्टार्टअप के क्षेत्र में अवसर ओर बिहार सरकार के स्टार्टअप नीति 2022 से मिलने वाले लाभ के बारे में विस्तृत जानकारी दी। महाप्रबंधक मो अफ्फान ने विकसित बिहार सर्वे 2047 में सभी शिक्षकों,छात्रों ओर कर्मचारियों को भाग लेने का अनुरोध किया ओर अपनी राय ऑनलाइन सबमिट करने हेतु आव्हान किया.
महाप्रबंधक द्वारा पटना में 19 ओर 20 दिसंबर में पटना में उद्योग विभाग द्वार आयोजिति होने वाले बिहार बिजनेस कनेक्ट समारोह की जानकारी दी ओर इच्छुक निवेशकों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने का अनुरोध किया गया ताकि उद्योग स्थापित करने हेतु उद्यमी उद्योग विभाग के नीतियों से अवगत हो सके। राजकीय अभियन्त्रण महाविद्यालय के स्टार्टअप सेल इंचार्ज प्रो आनन्द राज ने बताया कि आज स्टार्टप देश की जरूरत है, और विकसित भारत के संक्लप में स्टार्टअप की सबसे बड़ी भूमिका रहेगी। साथ ही आनन्द राज ने इस शानदार कार्यक्रम के आयोजन के लिये सितयोग के प्रबंधन एवं कार्यक्रम संयोजक प्रो सम्भु कुमार एवं प्रवीण कुमार, वैभव सिंह जी को धन्यवाद दिया।
वही डैश स्टीम स्टार्टअप के फाउंडर सह महाविद्यालय के कंप्यूटर विभाग का छात्र अनुराग ने अपनी स्टार्टअप जर्नी को छात्रों के समक्ष रखा। कॉलेज के रजिस्ट्रार शाहिद इकबाल ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए जिला उद्योग केंद्र एवं राजकीय अभियन्त्रण महाविद्यालय औरंगाबाद के स्टार्टअप सेल के प्रति आभार व्यक्त किया एवं उम्मीद जताई के कॉलेज के सभी छात्र इस कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे और आश्वस्त किया के सभी शिक्षक, छात्र कर्मचारी विकसित बिहार सर्वे 2047 में अपनी बहुमूल्य सुझाव के माध्यम से अपनी राय को सरकार से अवगत कराएंगे।