सुनील कुमार सिंह खबर सुप्रभात समाचार सेवा
बिहार सरकार पुरे राज्य में पूर्ण शराब बंदी हेतु कठोर से कठोर कानून बनाकर विक्री, सेवन, परिवहन एवं जमाखोरी पर संवेदन शील है। इस दिशा में पुलिस द्वारा लगातार छापेमारी कर संपूर्ण बिहार में देशी शराब निर्माण एवं विदेशी शराब के परिवहन एक बिक्री पर रोक लगानें की कारवाई की
जा रही है। लेकिन गया जिला के आमस थाना के पुलिस ही जब शराब तस्करों से मिली भगत कर स्वयं ही शराब विक्री के घंघें में अपनें आप को संलिप्त कर लें तो शराब बंदी बिहार में कैसे होगा, एक सवालिया निशान खड़ा हो जाता है। ऐसा ही एक मामला गया जिले के आमस थाना में शुक्रवार को प्रकाश में आया है। आमस थाना का दक्षिणी छोर झारखण्ड़ राज्य के सीमा से सटता है। झारखण्ड़ राज्य में शराब बिक्री, सेवन एवं परिवहन प्रतिबंधित नहीं है। झारखण्ड़ राज्य के हंटरगंज से एक रास्ता प्रतापपुर – रानीगंज – इमामगंज – बाँके बाजार – देल्हों घाटी होकर आमस ( बिहार ) के पास जी . टी . रोड़ में मिलती है। इसी रास्ते शराब तस्कर देशी एवं अंग्रेजी शराब झारखण्ड़ राज्य से लाकर बिहार राज्य में पुलिस की मिली भगत से लाकर बिक्री करते हैं। शुक्रवार को अंग्रेजी शराब के कार्टुन से भरे एक गाड़ी को देल्हो घाटी से पकड़कर आमस थानें की पुलिस नें चालक सहित थाने में लाया । थाना में खड़ी गाड़ी से कई कार्टून अंग्रेजी शराब आमस थानें की पुलिस नें निकालकर बिक्री हेतु छुपा लिया । इसकी गुप्त सूचना शेरघाटी ए .एस . पी . शैलेन्द्र कुमार को मिली । उन्होंने तुरंत इस सूचना पर संज्ञान लेकर कारवाई शुरू कर दी। काफी खोजबीन करने के बाद दो कार्टुन अंग्रेजी शराब आमस थाने में पदस्थापित दारोगा भानुप्रिया के भाई की गाड़ी से बरामद किया गया जो कि आमस थानें में की खड़ी पायी गयी। वहीं दारोगा भानुप्रिया के कार को भी जप्त किया गया है जिसपर शराब हेरा-फेरी करने का आरोप है। शराब तस्करी के मामले में एक जमादार सहित दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है । एक ए. एस. आई. अनुज कुमार ड्युटी छोड़ फरार हो चुका है। – वहीं इस घटना की चर्चा आमस बाजार, शेर घाटी अनुमंड़ल मुख्यालय के हर चौक – चौराहे पर होती दिख रही है कि जब रक्षक ही बनें हैं भक्षक तो’ ‘ बिहार ‘ का भला कैसे होगा ?