गया संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
इमामगंज विधानसभा सभा उप चुनाव में इस बार रौशन मांझी महागठबंधन से राजद के प्रत्याशी होंगे। रौशन मांझी इमामगंज से पूर्व में भी चुनाव लडे थे और चुनाव मैदान में उन्होंने जबरदस्त टक्कर देते हुए मामूली वोटों से पराजय हुए थे। इस बार जो समीकरण बन रहा है उसके अनुसार जनसुराज और महागठबंधन आमने-सामने रहेगा। सूत्रों से
मिली जानकारी के अनुसार एनडीए प्रत्याशी दीपा मांझी अपने ही परिवारोंकी नाराजगी झेलेंगे। बताते चलें कि दीपा मांझी बिहार सरकार के मंत्री और केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बहू हैं। इसलिए वे अपने ससुर के विरासत को बचाने के लिए चुनावी अखाड़ा में हैं। लेकिन जीतन राम मांझी के दुसरे बेटा प्रवीण मांझी भी अपने पिता के विरासत का उत्तराधिकारी मान चुनाव लडना चाहते थे और टिकट के दावेदार थे।इस वजह से एनडीए के घटक दल हम पार्टी से टिकट का अधिकारिक घोषणा भी विलम्ब से हुआ। अंदरखाने से जो जानकारी सूत्रों के हवाले से निकल कर यह भी आ रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री व अभी केन्द्रीय मंत्री जीतन राम मांझी भी कुछ नाराज चल रहे हैं और इस वजह से चुनाव में तटस्थ रहेंगे इसकी संभावना प्रबल है। जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार डॉ० जितेन्द्र पासवान भी परिवार वाद से आजादी का मुद्दा लेकर मतदाताओं के बीच जा रहे हैं और रौशन भुईयां भी एक बार मौका देने का अपील मतदाताओं से करेंगे। ऐसे में दीपा मांझी को चुनाव में कठीन संघर्षों से गुजरना पड़ सकता है। गया में हम पार्टी के वरीय नेता और पार्टी के प्रदेश सचिव रीना सिंह पिछले दिनों माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य को पद यात्रा के क्रम में गया पहुंचने पर उन्हें सम्मानित किया गया था। इससे भी कयास लगाया जा रहा है कि हम पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है।