मदनपुर से सुनील सिंह की रिपोर्ट
अगर मदनपुर थाना क्षेत्र में किसी को रिस्तेदारी निभाने आना है तो अपनें साथ पीनें की पानी का बोतल अवश्य लेकर आयें । नहीं तो भोजन तो किसी तरह मिल जायेगा लेकिन पीनें के लिए इक्का दुक्का बचे कुँए का गंदा पानी पीना दिवशता

होगी। कारण विजली विभाग की मनमानी के कारण लगातार कम भोल्टेज की आपूर्ति एवं विजली का कट होना है। इस उमस भरी गर्मी में घर के पंखे भी आराम – आराम से चलते नजर आते दिख जायेंगे जिससे शरीर का पसीना भी नहीं सुखता । भूगर्भीय जल स्तर को नीचे चले जानें के कारण चापाकल सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गये है। जिनके घरों में निजी बोरिंग है वो भी बूँद – बूँद पानी के लिए तरस रहे हैं। कारण साफ है कम भोल्टेज के कारण पेयजल हेतु लगाये गये विजली के मोटर का नहीं चलना । सरकार की महत्वाकांक्षी योयना हर घर में पीने का साफ पानी भी शोमा की मीनार बन चुके हैं। विजली की कट एवं कम भोल्टेज से यह योयना भी टाँय – टाँय फिस हो चुका है। थोड़ी सी भी आंधी – पानी क्या आया की पुरा मदनपुर क्षेत्र अंधेरा में डूब जाता है। पुछे जानें पर कोई भी विजली विभाग के कर्मी सही जबाव नहीं देते। कहते हैं कि तेंतीस हजार भोल्ट वाला तार काफी पुराना एवं र्जजर हो चुका है । कोई दूर्घटना नहीं हो जाय इस लिए लाईन काटना हल्की बारीश में भी हमारी मजबुरी बन चुकी है। वही लो भोल्टेज एवं पावर कट पर कहा जाता है कि मशीन गर्म हो जाता है तो एक तरफ लाइन कट कर दुसरी तरफ देते हैं। रही बात लो भोल्टेज की तो उसका जबाव मिलता है कि उपर से ही ऐसी ही बिजली आपूर्ति की जा रही है। कारण सही में जो रहा है लेकिन परेशानी में तो आम उपयोक्ता ही है। महीना जैसे ही पुरा होता है बैसे ही एक लम्बा सा बिजली बिल थमा दिया जाता है।