पटना संवाद सूत्र खबर सुप्रभात समाचार सेवा
लोकतांत्रिक जन पहल ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश की भाजपा सरकारों के द्वारा कांवर यात्रा की आड़ में जारी समाज में भेदभाव फैलाने वाली, संविधान और लोकतंत्र विरोधी आदेश को सुप्रीम कोर्ट के द्वारा तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया है और इस बात कि कठोर निंदा की है कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी भाजपा सरकारों ने कोई सबक नहीं सीखा है। आज यहां जारी बयान में लोकतांत्रिक जन पहल ने कहा है कि भाजपा को न तो इस देश की साझी संस्कृति व परंपरा की समझ है और न हिन्दू लोक धर्म की । उसका अस्तित्व ही ब्राह्मणवाद और मुस्लिम विरोध पर टिका है। साम्प्रदायिक फासीवाद भाजपा के खून में है । लोकतांत्रिक जन पहल ने कहा कि कांवर यात्रा मार्ग में दुकानों, ठेलों और खोमचों वालों के नामों व कर्मचारियों के नामों का खुलासा करने के आदेश से भाजपा एक तीर से कई निशाना साधना चाहती है। प्रकट तौर मुसलमान निशाने पर दिखते हैं । लेकिन सच तो यह है कि दलितों-पिछड़ों को भी निशाना बनाया गया है। सवर्ण जातियों के लोग छूआछूत बरतते हुए दलितों-पिछड़ों से सामान खरीद का बहिष्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों का यह आदेश खुलेआम धर्म और जाति के आधार पर छूआछूत और भेदभाव को बढ़ावा देने का पक्षधर है जो संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है।