नवादा से डी०के० अकेला की रिपोर्ट
प्रगतिशील विचार धारा के मजबूत ध्वजवाहक , सांस्कृतिक समरसता के शक्तिस्रोत और निर्विवाद समालोचक चौथीराम यादव के निधन से नवादा जिला प्रगतिशील लेखक संघ हतप्रभ और शोकसंतप्त है । आज नवादा प्रलेस के जिला अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद सिंह और महासचिव अशोक समदर्शी ने चौथीराम यादव के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उपर्युक्त बातें कहीं । उन्होंने उनके
जीवन संघर्ष और सामाजिक सांस्कृतिक अवदानों को गिनाते हुए स्पष्ट किया कि चौथीराम यादव होने का अर्थ क्या होता है । नवादा प्रलेस के कार्यकारी अध्यक्ष शम्भु विश्वकर्मा ने उनकी बेवाक टिप्पणियों को भी समृद्ध साहित्य के रूप में संजोग कर रखने की चीज बताया । सोशल मीडिया पर सक्रीय रह कर नए रचनाकारों को प्रेरित करना उनकी लेखन क्षमता को शेयर कर अग्रसारित करना तथा उसके निहितार्थ पर प्रकाश डालना चौथीराम यादव को अन्य साहित्यकारों से अलग श्रेणी में खड़ा करता है । उन्होंने शोकसंतप्त प्रगतिशील बुद्धिजीवियों को सांत्वना देते हुए कहा कि चौथीराम यादव की स्थूल काया भले पंचतत्व में विलीन हो गया हो किन्तु उनकी सूक्ष्म काया आज भी दर्जनों वैचारिक पुस्तकों के रूप में मौजूद है जिसका लाभ हमारी कई पीढियां उठा सकेगी । इन प्रगतिशील साहित्यकारों ने नवादा प्रलेस की ओर से चौथीराम यादव को श्रद्धांजलि देते हुए उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।