औरंगाबाद ख़बर सुप्रभात समाचार सेवा
काराकाट संसदीय क्षेत्र में त्रिकोणीय संघर्ष का असार दिख रहा है। काराकाट से पूर्व में रहे सांसद और पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा और पूर्व विधायक राजाराम सिंह के बीच आमने-सामने संघर्ष होने का चर्चा आम लोगों के बीच था। लेकिन अब भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह को चुनाव मैदान में आने से चुनाव दिलचस्प हो गया है वहीं त्रिकोणीय संघर्ष का प्रवल संभावना दिखाई पड़ रहा है। उपेन्द्र कुशवाहा राजनीति के पुराने खिलाड़ी माने जाते रहे हैं तथा वे बिहार विधानसभा तथा बिहार
विधानपार्षद के अलावे लोकसभा तथा राज्यसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं वहीं राजाराम सिंह दो बार बिहार विधानसभा में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं तथा संघर्ष का लम्बा इतिहास रहा है। दोनो नेताओं को चुनाव लडने का अनुभव तथा पार्टी और गठबंधन का लाभ मिलने का उम्मीद है। वहीं भोजपुरी फिल्म स्टार पवन सिंह को चुनाव लडने का अनुभव तो नहीं है लेकिन पावर स्टार रहने के कारण लोकप्रिय तथा चर्चित हस्ती के वजह से नवयुवकों का आकर्षण पवन सिंह के प्रति देखा जा रहा है और उनके रोड़ शो के दौरान भीड़ उमड़ रही है। लेकिन भीड़ को वोट में बदलना एक गंभीर चुनौती होगा। यदि भीड़ को वोट में बदलने में कामयाब रहे तो काराकाट का चुनाव त्रिकोणीय संघर्ष में बदल जाएगा। जित का शेहरा किसके कंधे बंधेगा यह तो 4 जून तय करेगा। लेकिन फिलहाल काराकाट में चुनाव त्रिकोणीय मुकाबले में तब्दील होते देखा जा रहा है।