मगध प्रतिनिधि डीके अकेला के रिपोर्ट
बिहार में सभी राजनीतिक दल अपनी डफली और अपना राग के साथ चुनावी समर में जोश खरोश के साथ उत्तर चुके हैं। बिहार प्रदेश में और खासकर मगध प्रमंडल में वामपंथी दलों ने अपना चुनावी अभियान डोर-टु-डोर युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। भाकपा माले,सीपीएम और सीपाई संयुक्त रूप से चुनावी अभियान का संचालन कर रहे हैं। बिहार में भले ही इंडिया गठबंधन के बीच सीटों का बटवारा अभी नहीं हुआ है। फिर भी वाम दलों के नेताओं ने अपना चुनावी अभियान धूमधाम से ब्लॉक स्तर पर डोर-टु-डोर शुरू कर दिया है।चुनावी अभियान में महागठबंधन के सभी दलों का सहयोग लिया जा रहा है। वहीं उक्त अभियान में विशेषकर महिला सदस्यों को तरजीह दी जा रही है,ताकि पार्टी के प्रति महिलाओं जुङाव बढे और हर महिला मतदाता वोट देने मतदान केंद्र पर अवश्य पहुँचे। उक्त चुनावी अभियान डोर-टु-डोर के दौरान आम लोगों के समक्ष केंद्र व राज्य सरकार की जन विरोधी कॉर्पोरेट परस्त नीति के कारण किस प्रकार से महंगाई , भ्रष्टाचार और बेरोजगारी बेरोकटोक बढ़ी है।इसका सटीक व प्रमाणिक ब्यौरा आम अवाम के सामने हैण्डबिल ,पम्पलेट, पोस्टर-बैनर और नुक्कड सभा व नाटक के माध्यम से पहुँचा रहे हैं। साथ ही आगामी लोक सभा चुनाव में हर घर-परिवार से वोट देने का आग्रह और अपील कर रहे हैं। लेकिन अब देखना यह है कि वाम दल अपना कद उचचा कर ने वाम सशक्तिकरण कर
वजूद बचाने में सफल होता है या नहीं। यह तो भविष्य के गर्भ में है।