अम्बुज कुमार खबर सुप्रभात सामाचार सेवा
औरंगाबाद : सदर अस्पताल में भर्ती मरीज दीपू राम मौत और जिंदगी का जंग लड़ रहे थे। इस मौत को हराने के लिए समाजसेवी कांग्रेस नेता मो. शहनवाज रहमान ऊर्फ सल्लू खान ने अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजन को काफी हिम्मत देखकर फरिश्ता के रूप में सल्लू खान लग रहे हैं और दीपू को बचाने के लिए अपने साथ-साथ अस्पताल के स्वस्थ कर्मियों को भी लगाए रखें। आखिरकार गुरुवार की रात जिंदगी का जंग दीपू ने जिंदगी का जंग जीत लिया। मौत की हार हो गई। बता दें कि तीन दिन पूर्व औरंगाबाद मदनपुर प्रखंड के सलैया थाना क्षेत्र के परसा गांव में बिजली का
झटका लगने के कारण दीपू की हालत काफी गंभीर थी। मरीज दीपू को जब डा. अभिषेक कुमार ने गुरुवार देर रात उसे स्वस्थ घोषित कर डिस्चार्ज किया तो उस दौरान उसकी आंखों से आंसू छलक पड़े, दीपू के चाचा रमेश कुमार ने तो इतना भी कहा कि जिन मुश्किल परिस्थितियों में शाहनवाज उर रहमान उर्फ सल्लू खान और ने उनको नया जीवन दिया, उनको शत शत प्रणाम करते हैं, क्योंकि उनके कारण ही आज वह ठीक हो करके अपने घर जा रहे हैं। कहा कि वे लगातार अब मानव जीवन की सेवा करते रहेंगे। जब चिकित्सक ने मरीज को रेफर कर दिया था तो सल्लू खान ने रात्रि 1:00 बजे राख का इंतजाम कर उनके जिस्म पर आधे घंटे तक मालिश किया जिससे मरीज को होश आ गया और उसने पानी मांगा इसे देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए। कुछ दवाइयों की जरूरत पड़ी तो सदर अस्पताल के परिसर में दवाई नहीं मिला तो 2:00 बजे रात्रि में बाहर में मेडिकल खुलवा कर सल्लू खान दवा का इंतजाम करवाया और डॉक्टर को दिया मरीज के स्वजन ने कहा कि यह ऊपरवाले और सल्लू खान का देन है जो आज हमारा बच्चा सकुशल सदर अस्पताल से डिस्चार्ज होकर जा रहा है, इसमें सल्लू खान की बहुत बड़ी भूमिका है और वह हमेशा हमेशा गरीबों के साथ खड़े रहते हैं। हर वक्त हर समय यह ऊपर वाले का करिश्मा ही था कि मरीज की जान बच गई और वह सकुशल है घर जाते समय दीपू ने सब का आभार प्रकट किया और सब को तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। खासकर सल्लू खान को जिन्होंने एक अहम भूमिका निभा कर इंसानियत का नाम ऊंचा किया है।
इस मौके पर सदर अस्पताल के डीएस सुनील कुमार, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन, मंटू कुमार, अभिषेक कुमार, वीरेंद्र कुमार, मो. बांटी, राहुल कुमार, वीरेंद्र कुमार, स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित रहे।